दोस्त का इंटरव्यू माँ की चुदाई का

प्रेषक : प्रमोद …

हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम प्रमोद है, में आप लोगों के लिए एक स्टोरी ले कर आया हूँ। इस स्टोरी को अगर आप एक इंटरव्यू कहे तो अच्छा होगा, ये इंटरव्यू है मेरे दोस्त राजू का, तो अब स्टोरी पर आते है। एक दिन मैंने दोपहर में राजू को एक औरत को किस करते देखा और में ये देखकर चौंक गया की, वो औरत और कोई नहीं मेरी माँ प्रमिला थी। मैंने उन्हें देखा, लेकिन मेरे दूर होने के कारण वो दोनों मुझे देख नहीं पाए। फिर में राजू से कुछ नहीं बोला, लेकिन रात के समय राजू को अकेला देख सारा सच जानने पहुँच गया और जो हुआ, वो आगे इस प्रकार है।

में – राजू तुझे कोई लड़की पसंद है?

राजू – नहीं, लेकिन तू ये क्यों पूछ रहा है?

में – नहीं ऐसे ही, अच्छा ये बता तुझे कोई औरत पसंद है?

राजू – नहीं, तू ये क्या पूछ रहा है?

में – झूठ मत बोल, मैंने तुझे मेरी माँ को किस करते देखा है। ये सुनकर राजू डर गया और बहुत हाँ ना करने के बाद राजू मान गया।

में – ये सब कब से चल रहा है?

राजू – 3 महीने हुए है।

में – ये किसी और को पता है?

राजू – नहीं।

में – तूने मेरी माँ को कैसे पटाया?

राजू – तेरी माँ जब हमारे यहाँ काम करने आती थी तब हम दोनों एक हो गये।

में – तो तुम्हारा पहला किस कब हुआ? राजू थोड़ा डरा हुआ था, लेकिन कुछ भरोसा देने पर वो फिर बोल पड़ा।

राजू – एक दिन जब तेरी माँ कपड़े धोने नदी पर आई थी, तब घर जाते वक़्त मैंने आंटी को रोका और पेड़ के नीचे हमारा पहला किस हुआ था।

में – क्या सिर्फ़ किस किया है? या कुछ और दबाया या नहीं।

राजू – हाँ, किस करते वक़्त मेरा एक हाथ आंटी के बूब्स पर था और में उन्हें मसल रहा था और एक हाथ उनकी चूत पर था जो रगड़ रहा था, उसके कारण उनकी चूत से पानी आ रहा था।

में – किस तक ही सीमित हो या दोनों आगे भी बड़े हो?

राजू – हाँ।

में – क्या तूने मेरी माँ को चोदा है?

राजू – हाँ, मैंने उन्हें चोदा है।

में – तूने मेरी माँ को कितनी बार चोदा है? अब तक मेरा लंड खड़ा हो गया था, जो राजू ने नोटीस किया और वो अब और खुलकर बात करने लगा।

राजू – में आंटी को हफ्ते में दो या तीन बार चोदता हूँ।

में – तूने मेरी माँ को कहाँ और कैसे पहली बार चोदा है?

राजू – एक बार जब तेरी माँ हमारे खेत में काम करने आई थी, तब हमारे गावं में कोई मर गया था, इसके कारण और कोई भी काम पर नहीं आया था। फिर काम करने के बाद हम दोनों बातें करने लगे और फिर बातें करते करते में आंटी को किस करने लगा। में उनके होठों को पीने लगा और उनके पसीने की स्मेल मुझे पागल करने लगी थी। फिर आंटी ने अपना पल्लू गिरा दिया और मैंने उन्हें सुलाया और उन्हें पूरा नंगा किया, तब आंटी को मैंने पहली बार चोदा था। दोस्तों ये कहानी आप हिंदी चुदाई स्ट्रोरी डॉट कॉम पर पड़ रहे है।

में – तुम्हारी चुदाई की जगह कहाँ कहाँ है?

राजू – हम दोनों के घर, खेत और तुम्हारा टायलेट।

में – अच्छा, ये बता माँ का तुझे क्या पसंद है?

राजू – प्रमिला की गांड मुझे बहुत पसंद है, उसकी गांड से आने वाली स्मेल मुझे बहुत पसंद है। में उसकी गांड बहुत चाटता हूँ।

में – उसकी चूत के बारे में कुछ बता?

राजू – प्रमिला की चूत पर घने बाल है, उसके पसीने और चूत की स्मेल अगर मिक्स हो गई तो क्या मज़ा आता है? उसकी चूत इतनी टाईट है जैसे कि वो वर्जिन हो।

में – तूने कभी उसकी चूत चाटी है?

राजू – तू चाटने की बात कर रहा है, में उसकी चूत ख़ाता हूँ।

में – क्या माँ तेरा लंड चूसती है?

राजू – वो तो मेरे लंड की दीवानी है, लंड तो वो ऐसे चाटती है जैसे कि वो आइसक्रीम खा रही हो। वो तो मेरे अंडो को भी चूसती है।

में – तूने मेरी माँ को टायलेट में कैसे चोदा था?

राजू – रात को करीब 11 बजे तेरी माँ टायलेट करने जाती है ना और तुम्हारा टायलेट घर के बाहर है तो टायलेट में जाने के बाद में भी अन्दर आ जाता हूँ और में तो टायलेट में उसकी गांड भी अपने मुँह से साफ करता हूँ। में प्रमिला को उठा उठाकर चोदता हूँ।

में – एक और सवाल माँ ब्रा और पेंटी पहनती है क्या?

राजू – पहनती है, लेकिन जब में उसके साथ रहता हूँ तो ज़्यादा देर बदन पर नहीं टिकती है।

में – मुझे तुम्हारे रिश्ते से कोई प्रोब्लम नहीं है, लेकिन तुम मेरी एक शर्त पर अपना ये काम जारी रख सकते हो, जब भी तुम्हारा काम हो तब उस को देखने का मुझे टिकट चाहिए है।

अब राजू मेरी माँ को चोदता है और में छुपकर उनकी पूरी कामलीला देखता हूँ।

धन्यवाद …

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