प्रेषक : मनोज …
हैल्लो दोस्तों, में जब 6 साल का था तो मेरे पापा की मौत हो गई थी और तब मेरी माँ 27 साल की ही थी और मेरी एक बहन है जो 8 साल की थी और में 8वीं क्लास में आ गया था और मेरी बहन 10वीं क्लास में थी। मेरे घर के हालात अच्छे नहीं थे। मेरी माँ के पास कोई जॉब भी नहीं थी और पापा की पेंशन इतनी कम थी कि हम दोनों के खर्चे भी पूरे नहीं होते थे और अब तो पढाई का खर्चा भी बहुत ज्यादा हो गया था। मेरी बहन को 12वीं की परीक्षा के बाद उसको पढाई के लिए एक अच्छी कोचिंग की ज़रूरत थी, लेकिन उसके लिए घर में इतने पैसे नहीं थे कि उसका एड्मिशन करवा सक़ते।
मेरे पापा का एक दोस्त है जिनका मेरे पापा के साथ बहुत अच्छा रीलेशन था और पैसो के मामले में भी उनका साथ अच्छा था। यह सोचकर मेरी माँ उनसे 1 लाख रुपये उधार लेने गई। अंकल ने हाँ कर दी, लेकिन वो माँ को बोला कि इसके बदले आप मुझको क्या दोगे? तो माँ ने बोला आप मेरा घर गिरवी रख लो। लेकिन वो बोला में 1 लाख रुपये तो दे दूंगा, लेकिन आपको कुछ और काम करना होगा तो माँ बोली में कुछ भी कर लूंगी? लेकिन माँ को नहीं पता था कि वो क्या करवायेगा। फिर उसने माँ से बोला कि वो एक हफ्ते के लिए उसके साथ किसी हिल स्टेशन पर चले। माँ मज़बूर थी और वैसे भी बहुत साल तक मेरी माँ की चूत में लंड नहीं गया था तो उसने हाँ कर दी।
फिर वो निर्मल अंकल के साथ एक हफ्ते के लिए चली गई और वहाँ निर्मल अंकल के बिजनस पार्टनर ने भी मेरी माँ की चुदाई की। माँ बहुत खुश थी उसको बहुत टाईम के बाद लंड मिला था और वैसे भी एक हफ्ते का 1 लाख मिल रहा था। फिर एक हफ्ते के बाद वो वापस आई और वो बहुत खुश और फ्रेश लग रही थी। में यह सोच रहा था कि इस रांड को में भी चोदूं तो यह खुश हो जायेगी। एक सिलसिला अब स्टार्ट हो गया था और निर्मल अंकल अब मेरी माँ को अपने काम के लिए नये नये ग्राहकों को चुदाई के लिए भेज देता था। अब मेरी माँ अच्छी कमाई कर रही थी और घर में सब खुश थे। अब तो माँ कार में जाती थी। फिर एक दिन जब मेरी बहन घर पर थी तो निर्मल अंकल घर आए और मेरी बहन जो कि सच में किसी मॉडल से कम सुंदर नहीं है, उस पर उसकी नज़र पड़ी, वो अब तक वर्जिन थी। फिर उसने मेरी माँ से बोला कि तू जो कीमत बोलेगी वो दूंगा, अपनी बेटी को मेरे साथ 1 हफ्ते के लिए भेज दे। फिर माँ ने बोला कि सुमन (मेरी बहन) से बात करके उसको मनाना होगा अगर वो मान जाती है तो ठीक है।
फिर माँ ने 2 लाख रुपये बोले और सिर्फ़ तुम ही करोंगे और कोई आदमी नहीं होगा तो निर्मल अंकल मान गये और माँ ने उस रात सुमन को भी मना लिया। फिर अगले दिन ही सुमन और मेरी माँ निर्मल अंकल के साथ चल दी और एक हफ्ते बाद वो वापस आई तो उसकी हालत बहुत खराब थी। उससे चला भी नहीं जा रहा था, उसकी गर्दन, लिप पर और बॉडी पर काटने के निशान थे। मुझे ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके साथ बहुत जबरदस्ती सेक्स किया गया हो। वो तो कोई भी होता तो मेरी बहन के साथ यह ही करता, क्योंकि वो कुछ ज्यादा ही सुंदर है। अब तो मेरे घर में दो रांड हो गई थी। मेरा भी दिल करता था कि अपनी बहन और माँ दोनों की चूत में लंड डाल दूँ और उनको अपनी क्रीम पिला दूँ।
एक दिन में और मेरी बहन घर पर अकेले थे और माँ किसी ग्राहक के साथ चूत ठंडी करवाने गई थी और उस रात मैंने पूरा सोच लिया था कि आज में अपनी रांड बहन की चुदाई करके ही रहूँगा। रात के 11 बजे का टाईम होगा में सुमन से कहा कि एक बात बता इस टाईम माँ क्या कर रही होगी? तो वो एकदम चुप हो गई और फिर उसने बोला मुझे पता नहीं है। फिर में बोला कि सुमन तुमको तो अच्छी तरह पता है बताओ ना। तो वो बोली तेरे को शर्म नहीं आती अपनी माँ के बारे में यह बोलते हुए। फिर मैंने कहा कि अगर माँ और तुम मजा ले सक़ती हो तो में भी ले सकता हूँ और में बोला मेरे तो घर पर ही मजा लेने के लिए 2 रांड है तो बाहर जा कर कौन पैसे देगा? तो उसने बोला शट-अप। फिर में बोला सच ही बोल रहा हूँ और एकदम से मैंने सुमन को पकड़ लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया। अब मेरा लंड खड़ा हो गया और में उसकी चूत को रगड़ने लगा। उसने नाईट सूट ही पहना था। फिर मैंने उसका टॉप ऊपर कर दिया। उसने ब्रा नहीं पहनी थी तो में बोला कि रांड की तरह तुम भी ब्रा नहीं पहनती हो, क्योंकि कभी भी खोलनी पड़ सकती है ना, तो वो बोली हाँ और अब वो गर्म हो गई थी।
फिर वो बोली आज तो फ्री का कस्टमर है। फिर में बोला मेरा लंड अपने मुँह में डालो तो उसने बहुत अच्छे से मेरे लंड को चूसा। फिर में उसके बूब्स और निप्पल को ज़ोर-ज़ोर से दबाने और चूसने लगा। अब वो चिल्ला रही थी। फिर मैंने बोला कि रांड मेरे करने पर तो दर्द हो रहा है और जो पैसे देता है उनसे मजा आता है। फिर वो बोली आज से में तेरी बहन नहीं तेरी रांड हूँ और तू मेरा दलाल है। आज से हम पति पत्नी की तरह ही रहेंगे और मेरा पति मेरा दलाल होगा। फिर मैंने सुमन की चूत को चाटा और बोला कि इस चूत में कितने लंड गये है तो वो बोली अभी तक तो ज्यादा नहीं गये, लेकिन अब मेरा पति मेरी चूत में लंड डालेगा और हर रोज नये नये लंड डलवायेगा। फिर में बोला कि में माँ की चूत मारना चाहता हूँ। में अपनी माँ का भी दलाल बनूँगा, फिर क्या था? फिर उसने बोला कि यह काम वो कल ही करवा देगी, यह तो बहुत नॉर्मल काम है। अब तू माँ का यार बन जा, तू बहनचोद तो बन गया, अब मादरचोद भी बन जायेगा फिर तो अच्छा काम चलेगा हम माँ बेटी दोनों का यार एक होगा। दोस्तों ये कहानी आप हिंदी चुदाई स्ट्रोरी डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर उस रात मैंने अपनी रांड बहन को 4 बार चोदा। अब वो बहुत खुश थी की अब, वो हर रोज किसी से भी चूत चुदवा सकती है अब वो एक पूरी रांड बन गई थी। फिर अगले दिन जब माँ घर आई तो उसकी हालत बहुत खराब थी, तो सुमन ने बोला माँ क्या हुआ आज तो आपकी हालत बहुत खराब हो गई है? फिर उसने बताया कि 2 आदमी की बात करके ले गये थे और वहाँ 8 आदमी थे और उन सब ने पूरी रात मेरी माँ की चूत मारी, और गांड भी मारी, माँ ने सब के लंड भी चूसे, और वो सारी रात उसकी चुदाई करते रहे। फिर यह बात सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया, जब सुमन ने मुझको यह बात बताई तो जब से मेरा भी दिल कर रहा था की अभी अपनी माँ की चूत में अपना लंड डाल दूँ और उसकी चूत मार लूँ। फिर में सुमन से बोला कि में अभी माँ की चूत मारना चाहता हूँ तो वो बोली कि नहीं अभी तो मुश्किल है। फिर में बोला अभी ही मारनी है, तो उसने कल रात वाली बात माँ को बताई तो माँ ने बोला रात को कर लेगा। लेकिन मुझसे मेरा कंट्रोल नहीं हो रहा था तो मैंने सुमन पर ज़ोर डाला और माँ को मना लिया। मेरी रांड माँ की चूत दर्द कर रही थी और फिर में उसके ऊपर चढ़ गया। उसकी हालत बहुत खराब थी, लेकिन फिर भी उसने मुझे अच्छी सर्विस दी जैसे वो ग्राहक को देती होगी। फिर वो बोली अब तू मेरा बेटा नहीं बल्कि हम दोनों का दलाल है और फिर क्या था? अब मेरी माँ और बहन दोनों अच्छा बिजनेस कर रही है और में भी उनकी चूत मार रहा हूँ ।।
धन्यवाद …